"मोहब्बत"
"मोहब्बत"
बातों से वो बच्ची लगा करती है,
उसकी हर बात सच्ची लगा करती है,
जब पूछा मैंने तुम्हें भी मोहब्बत हो गई है क्या मुझसे,
कहने लगी मुझे आप नहीं आपकी शायरी अछि लगा करती है..
और बहुत जल्द आ जाती है गैरों कि बातों में वो,
कान से ज़रा कच्ची लगा करती है
जाते जाते भी जीने कि बद्दुआ दे गयी वो मुझे,
कहने लगी हँसते रहना,
तुम्हारे चेहरे पर मुस्कान अच्छी लगा करती है..
मासूम चेहरा लिए अक्सर झूठ बोल जाती है वो,
उसकी यही अदा मुझे अच्छी लगा करती है।

