नदी में तैरती तरणि
नदी में तैरती तरणि
नदी में तैरती पालदार नौकायें
ऊँचे मस्तूल से बंधी हुई पाल,
नौका को भव्यता देती हुई और
सही दिशा की ओर ले जाती हुई।
दूर फैली पहाड़ियों का सुन्दर दृश्य
साथ ही साथ फैली हुई हरीतिमा,
ऊपर नभ में मनोरम बादलों की छटा
नीचे तरंगिणी जल तरंगित होता हुआ।
नयनाभिराम मनोहारी दृश्यावली
प्रकृतिरूप की ओर आकर्षित करती,
सहज प्रसन्नता का अहसास जगाती
कोमल भावनाओं का उद्रेक करती।
अर्थपूर्ण भाव बोधक चित्रण शैली
रंग और प्रभाव का सुन्दर संयोजन
प्राकृतिक दृश्य पटल विराट रूप
निसर्ग रमणीयता का दर्शन कराती।
उन्नीसवीं सदी के कम्पनी के चित्रकार
प्रचुर क्षमता योग्यता प्रवीणता के धनी,
सीताराम बहुत समय अज्ञात नाम रहे
बाद में अपनी कृतियों से प्रकाश में आये।
