मैं प्रेयसी, तुम प्रियतम पिया। मेरे जीवन के तुम ही हो आधार पिया। मैं प्रेयसी, तुम प्रियतम पिया। मेरे जीवन के तुम ही हो आधार पिया।
मन से सारा अंधकार मिटेगा, जब सत्यता का दीप जलेगा। मन से सारा अंधकार मिटेगा, जब सत्यता का दीप जलेगा।
उसकी ध्वनि की प्रतिध्वनि में भी तो तुम्हारी ही आवाज़ सुनाई देती है मानो तुमने हौले से उसकी ध्वनि की प्रतिध्वनि में भी तो तुम्हारी ही आवाज़ सुनाई देती है मानो तु...
मन में सोचा मैंने एक बार जी सकता हूं मैं इनमें देखकर कई बार। मन में सोचा मैंने एक बार जी सकता हूं मैं इनमें देखकर कई बार।
हम तुम मिले क्षितिज के उस पार जहां प्रेम का ही हो प्रकाश और प्रेम से ही आए हर एक सांस हम तुम मिले क्षितिज के उस पार जहां प्रेम का ही हो प्रकाश और प्रेम से ही आए...
प्रातःकाल में जो प्रतिदिन, प्रेरित कर हमें जगाता है। प्रातःकाल में जो प्रतिदिन, प्रेरित कर हमें जगाता है।