जहाँ लोग नेतागिरी से ज्यादा, चमचागिरी में खुश हो। जहाँ लोग नेतागिरी से ज्यादा, चमचागिरी में खुश हो।
उसकी ध्वनि की प्रतिध्वनि में भी तो तुम्हारी ही आवाज़ सुनाई देती है मानो तुमने हौले से उसकी ध्वनि की प्रतिध्वनि में भी तो तुम्हारी ही आवाज़ सुनाई देती है मानो तु...
दीपों से उजाला लाऊँगी , फूलों से सेज सजाउँगी ! चन्दन की खुश्बू से घर को सबदिन इसको ... दीपों से उजाला लाऊँगी , फूलों से सेज सजाउँगी ! चन्दन की खुश्बू से घ...
भक्ति भरा हर मन हो जाता, भादो शुक्ल चतुर्थी पर भक्ति भरा हर मन हो जाता, भादो शुक्ल चतुर्थी पर
पर को लाख कतर दे दुनिया ऊँचे अम्बर तक जाती है उर में व्योम, नयन सागर रख वह सबका मन हर्षात... पर को लाख कतर दे दुनिया ऊँचे अम्बर तक जाती है उर में व्योम, नयन सागर रख ...
यह एक भक्ति गीत है । यह एक भक्ति गीत है ।