उज्जवल चांदनी के रस में घुले उज्जवल चांदनी के रस में घुले
हरसिंगार रात की रानी सुगंध बिखराते हैं मस्तानी मन में हलचल मचती फिर रोज देखते चाँद हरसिंगार रात की रानी सुगंध बिखराते हैं मस्तानी मन में हलचल मचती फिर र...
मैं प्रेयसी, तुम प्रियतम पिया। मेरे जीवन के तुम ही हो आधार पिया। मैं प्रेयसी, तुम प्रियतम पिया। मेरे जीवन के तुम ही हो आधार पिया।
कुछ यादें अभी ताजा़ है, कुछ वक्त की गर्त में खो गये। कुछ यादें अभी ताजा़ है, कुछ वक्त की गर्त में खो गये।
धरती अम्बर की ही प्रियतमा है धरती अम्बर की ही प्रियतमा है
जिस्म से ज़्यादा खूबसूरत मन है तेरा मासूमियत है सागर सी। जिस्म से ज़्यादा खूबसूरत मन है तेरा मासूमियत है सागर सी।