आओ साजन बीती रात, कमल दल फूले... आओ साजन बीती रात, कमल दल फूले...
उज्जवल चांदनी के रस में घुले उज्जवल चांदनी के रस में घुले
तारों के संग... तारों के संग...
बरसों बाद आज फिर देखा बरसों बाद आज फिर देखा
मुझसे दोस्ती करो, मुझसे दोस्ती करो,
मेरा प्रकाश नहीं मेरा है ये तो आँखों का फेरा है सूरज का दान मैं पता हूँ ऐसे ही जिये जाता हू... मेरा प्रकाश नहीं मेरा है ये तो आँखों का फेरा है सूरज का दान मैं पता हूँ ...