प्रातःकाल में जो प्रतिदिन, प्रेरित कर हमें जगाता है। प्रातःकाल में जो प्रतिदिन, प्रेरित कर हमें जगाता है।
जलकर मिल जाएगी खाक में मैं जलकर मिल जाएगी खाक में मैं
ये रवि की किरणें तुमसे जलकर टेढ़ी टेढ़ी चलने लगी हैं ये रवि की किरणें तुमसे जलकर टेढ़ी टेढ़ी चलने लगी हैं