याद वहीं पर खड़ी है आज तक याद वहीं पर खड़ी है आज तक
जो करदे रोशन मेरे इस जहां को, मैं वो चांद ढूंढ लाऊंगी। जो करदे रोशन मेरे इस जहां को, मैं वो चांद ढूंढ लाऊंगी।
तुम्हारे बालों से गिरते पानी को महसूस करूँ अपने चेहरे पर। तुम्हारे बालों से गिरते पानी को महसूस करूँ अपने चेहरे पर।
छिप के बादलों में कभी कभी दीदार करता है छिप के बादलों में कभी कभी दीदार करता है
मम्मी मुझको उड़ना है, बादलों संग जुड़ना है। मम्मी मुझको उड़ना है, बादलों संग जुड़ना है।
वो बाहर चलती मदमस्त हवा परिंदों के परों में तो उड़ान भरती है वो बाहर चलती मदमस्त हवा परिंदों के परों में तो उड़ान भरती है