ये जो दूरियाँ हैं, हाँ कुछ कुछ-सी मजबूरियां हैं, और भी गहरा करेंगी इश्क़ के रंग को... ये जो दूरियाँ हैं, हाँ कुछ कुछ-सी मजबूरियां हैं, और भी गहरा करेंगी इश्क़ के रंग क...
दूरियाँ नापते नापते कही भटक गए होंगे शायद दूरियाँ नापते नापते कही भटक गए होंगे शायद
कोई रिश्ता नही तेरा मेरा फिर क्यों तू आस पास सा है, कोई और नही ये मेरे ख्वाब है ख्वाब है कोई रिश्ता नही तेरा मेरा फिर क्यों तू आस पास सा है, कोई और नही ये मेरे ख्वाब ...
हम तुम्हारे बिन अधूरे हैं संग तुम्हारे ही पूरे हैं, हम तुम्हारे बिन अधूरे हैं संग तुम्हारे ही पूरे हैं,
ये कौन सा मोड़ है, जो छोटी छोटी खुशियों मे बड़ी बड़ी यादें लाया है। ये कौन सा मोड़ है, जो छोटी छोटी खुशियों मे बड़ी बड़ी यादें लाया है।
दूरियों में आज दोस्त अपनापन है खत्म हो रहा कोरोना का अब गम है, दूरियों में आज दोस्त अपनापन है खत्म हो रहा कोरोना का अब गम है,