ये कौन सा मोड़ है
ये कौन सा मोड़ है
ये कौन सा मोड़ है, जो हमें इतने क़रीब लाया है।
दब सा गया प्यार, आज उसकी वज़ह से उभर कर आया है ।
दो लफ्जों के लिए तरसते थे हम, लेकिन आज लम्बी बातों मे दिन रात बिताते हैं हम ।
ये कौन सा मोड़ है, जो छोटी छोटी खुशियों मे बड़ी बड़ी यादें लाया है।
दिलों की दूरियों को, आज उसने मिलाया है।
दो कदमों के फासलो को बोहत खींचा था हमने,
लेकिन आज इस मोड़ पर साथ चलना सीखा है हमने।
ये कौन सा मोड़ है, जो 'इस पल' मे जीने का तरीका सिखाया है।
बाहर वक्त थम सा गया है, लेकिन अंदर हर लम्हा खुबसूरत है।
ये कोनसा मोड़ है, जो आज से जिंदगी के हर मोड़ पर याद जरूर आने वाला है।
