सोचते हैं कैसे, अदा करेंगे इस जन्म में तेरा कर्ज क्यों मेरी सहजता, तुम्हें न छू पायी सोचते हैं कैसे, अदा करेंगे इस जन्म में तेरा कर्ज क्यों मेरी सहजता, तुम्हें न...
मेरा लिखना पढ़ना मुझे पिताजी से विरासत में मिला है मेरा लिखना पढ़ना मुझे पिताजी से विरासत में मिला है
पर मन की बात कहने में थोड़ा वक़्त लगता है। पर मन की बात कहने में थोड़ा वक़्त लगता है।
अपने दिल की चांद से बातें करते हैं। अपने दिल की चांद से बातें करते हैं।
मेरे अक्स को दिखाती वो तेरी ऑंखें मेरे अक्स को दिखाती वो तेरी ऑंखें
तेरे तसव्वुर में दिन यूँ ही गुज़र जाता है मैंने चाँद में तेरा अक्स रोज़ देखा है तेरे तसव्वुर में दिन यूँ ही गुज़र जाता है मैंने चाँद में तेरा अक्स रोज़ देखा है