देखा नहीं उसने मेरी आँखों में झांक के वो नासमझ मुझे क्यों रुलाने में रह गया देखा नहीं उसने मेरी आँखों में झांक के वो नासमझ मुझे क्यों रुलाने में रह गया
जो एक पल में आँसू छलकाने की क्षमता रखता जब अपने कहते- और आना। जो एक पल में आँसू छलकाने की क्षमता रखता जब अपने कहते- और आना।
बस मैं और तुम एक दूजे के बहते आंसू पोंछते हो ! बस मैं और तुम एक दूजे के बहते आंसू पोंछते हो !
यही प्यार है क्या तेरा यही प्यार है क्या तेरा
खोल अपने पंख तू उड़ जा नीले आकाश में खोल अपने पंख तू उड़ जा नीले आकाश में
आखरों को सदैव तुम्हारे होंठों पर रखना चाहता हूँ ! आखरों को सदैव तुम्हारे होंठों पर रखना चाहता हूँ !