The helplessness of a prostitute :( The helplessness of a prostitute :(
पर मतलब तुम्हारे बोलने का तब भी नहीं होगा, पर मतलब तुम्हारे बोलने का तब भी नहीं होगा,
पर उधार की ज़िंदगी से तेरे आने की आस लिये बैठे हैं। पर उधार की ज़िंदगी से तेरे आने की आस लिये बैठे हैं।
आखरों को सदैव तुम्हारे होंठों पर रखना चाहता हूँ ! आखरों को सदैव तुम्हारे होंठों पर रखना चाहता हूँ !
तुम भी तो कहां लौटा रहे हो मेरा सुकून मेरी नींद ! तुम भी तो कहां लौटा रहे हो मेरा सुकून मेरी नींद !
जो नाचता ही जा रहा था लगातार...लगातार जो नाचता ही जा रहा था लगातार...लगातार