The helplessness of a prostitute :( The helplessness of a prostitute :(
हाथ छोड़ देते है कुछ पल के लिए मगर, कदमों को संभालने का पाठ सिखा जाते है... हाथ छोड़ देते है कुछ पल के लिए मगर, कदमों को संभालने का पाठ सिखा जाते है...
बन गयी बाज़ार दुनिया, बिक रहा सामान है, दिख रहा जो जितना ऊँचा उतना बेईमान है बन गयी बाज़ार दुनिया, बिक रहा सामान है, दिख रहा जो जितना ऊँचा उतना बेईमान है
जब चाभी ही नहीं रहेंगी तब ताले का क्या काम जब बाते ही नहीं रहेंगी तब रिश्तो का क्या नाम जब चाभी ही नहीं रहेंगी तब ताले का क्या काम जब बाते ही नहीं रहेंगी तब र...
भरे बाजार में करता राज जात पात का रंग दिखा कर अपनी बहन बेटी को रखता है भरे बाजार में करता राज जात पात का रंग दिखा कर अपनी बहन बेटी को रखता है
फिर एक दिन बेचा आती हूं बाज़ार में बदले में पाती हूं केवल दो जून की रोटी फिर एक दिन बेचा आती हूं बाज़ार में बदले में पाती हूं केवल दो जून की ...