यथार्थ में जो है वो ही प्रेरणा है यथार्थ में जो है वो ही प्रेरणा है
तुम भी मुझे याद करो, ये ख्वाहिश नहीं मेरी|| तुम यू ही याद आ जाती हो, ये बसकी बात नहीं मेरी|| तुम भी मुझे याद करो, ये ख्वाहिश नहीं मेरी|| तुम यू ही याद आ जाती हो, ये बसकी बात...
पर सच कहता हूँ मुझमें कोई फरेब नहीं है... पर सच कहता हूँ मुझमें कोई फरेब नहीं है...
एक प्यासी जमीन पर, पहली बारिश है तेरा प्यार... एक प्यासी जमीन पर, पहली बारिश है तेरा प्यार...
इसे मंज़िल का दोष न कहिए इसे इत्तेफ़ाक ही कहिए। इसे मंज़िल का दोष न कहिए इसे इत्तेफ़ाक ही कहिए।
मैंने देखा है बड़े बड़े देवताओं को मनुष्य बनने के लिये मचलते हुये मैंने देखा है बड़े बड़े देवताओं को मनुष्य बनने के लिये मचलते हुये