लेकिन नदी कभी वापस नहीं लौटती वह बहती जाती है बहती जाती है और बहती जाती है लेकिन नदी कभी वापस नहीं लौटती वह बहती जाती है बहती जाती है और बहती जाती...
ख़्वाबों के आशियाँ में इस कदर डूब जाऊँ, कि बस सोचूँ और तू मिल जाये। ख़्वाबों के आशियाँ में इस कदर डूब जाऊँ, कि बस सोचूँ और तू मिल जाये।
जीना कैसे सीख लिया है मेरे बिन। जीना कैसे सीख लिया है मेरे बिन।
तुम्हारी राह देखता हूँ.....मैं बयान नहीं कर पाता दर्द अपना और तुम हो कि देखने को राज़ी नहीं तुम्हारी राह देखता हूँ.....मैं बयान नहीं कर पाता दर्द अपना और तुम हो कि देखने को...
अलमारी के एक कोने में संजाे रखे हैं वह लिफाफे अभी तक लिखे थे जो तुम्हें कभी अलमारी के एक कोने में संजाे रखे हैं वह लिफाफे अभी तक लिखे थे जो तुम्हें कभ...
अस्तित्व की रक्षा में झुककर, नदी को निर्बाध बहने दो। अस्तित्व की रक्षा में झुककर, नदी को निर्बाध बहने दो।