इश्क़ पुराना
इश्क़ पुराना
1 min
221
कहते हैं उसे इश्क पुराना
संजोया हुआ है जिसमें मैंने
सदियों का खजाना
अलमारी के एक कोने में
संजाे रखे हैं वह लिफाफे अभी तक
लिखे थे जो तुम्हें कभी
पर एक तुम्हारी ना के डर से
भेजे नहीं
महसूस आज भी हो तुम
उन्हीं पुराने गलियों में
जिनसे कभी गुजारना था तुम्हारा
आज भी संजो कर रखा है मैंने
अपना इश्क पुराना...