chandraprabha kumar
Children
आज हम गए जंगल
लाने के लिए लकड़ी ,
लकड़ी लकड़ी छुट गई
साथ में आ गई लड़की।
हाइकु- दिन नि...
एकान्त सा...
सफल जीवन
शिव सावन
एकाकी प्रहर
अमृत पु...
उसी का प्रसा...
गये जंगल
गये बाजार
जा...
कलम लिखती हैं सच्चाई हमेशा होती है हमारी दोस्त और हमराही। कलम लिखती हैं सच्चाई हमेशा होती है हमारी दोस्त और हमराही।
अर्र त त त् जमकर वह गाए। लो भैया वर्षा के दिन आए। अर्र त त त् जमकर वह गाए। लो भैया वर्षा के दिन आए।
कागज़ की हम नाव बनाते फिर नालियों में तैराते जाते कागज़ की हम नाव बनाते फिर नालियों में तैराते जाते
नई वायु के वेग से झूमता ये तिरंगा धरा में सुहाता रहे ये॥ नई वायु के वेग से झूमता ये तिरंगा धरा में सुहाता रहे ये॥
आए कितनी भी कठिनाई अध्ययन में निज को व्यस्त करो। आए कितनी भी कठिनाई अध्ययन में निज को व्यस्त करो।
ममता अब 'कृष्णा'पर लुटाती सारी। बचपना वो मेरा छिन जाना मेरी माँ।। ममता अब 'कृष्णा'पर लुटाती सारी। बचपना वो मेरा छिन जाना मेरी माँ।।
जब इस डर से आज़ाद हो जाएंगी लड़कियां तब मैं तुमको शुभकामनाएं दूंगा । जब इस डर से आज़ाद हो जाएंगी लड़कियां तब मैं तुमको शुभकामनाएं दूंगा ।
कितनी सुन्दर प्यारी तितली नन्ही-नन्ही प्यारी तितली I कितनी सुन्दर प्यारी तितली नन्ही-नन्ही प्यारी तितली I
आलस्य को त्याग कर अपना भाग्य स्वयं गढ़ना। आलस्य को त्याग कर अपना भाग्य स्वयं गढ़ना।
मुस्कुराया चांद भैया संभलना मुस्कुराया चांद भैया संभलना
मैं नया भारत हूं विश्व में सबसे ज्यादा लोग मेरे पास है मैं नया भारत हूं विश्व में सबसे ज्यादा लोग मेरे पास है
कभी है चढ़ता कभी है गिरता अपनी बातों से है वो उभरता कभी है चढ़ता कभी है गिरता अपनी बातों से है वो उभरता
गाल बजाने से कुछ हासिल नहीं होता है। गाल बजाने से कुछ हासिल नहीं होता है।
सुदामा और कृष्ण सा हो, ये है सच्ची दोस्ती जहाँ त्याग भी है और प्रेम भी। सुदामा और कृष्ण सा हो, ये है सच्ची दोस्ती जहाँ त्याग भी है और प्रेम भी।
मेरे पास हैं बहुत सी किताबें कुछ नई, कुछ पुरानी किताबें। मेरे पास हैं बहुत सी किताबें कुछ नई, कुछ पुरानी किताबें।
बादल इतना तो बतला दो, फिर फिर क्यों तुम फट जाते हो? बादल इतना तो बतला दो, फिर फिर क्यों तुम फट जाते हो?
टॉफी दिलाते मेरे पापा। गुपचुप दिलाते मेरे पापा। टॉफी दिलाते मेरे पापा। गुपचुप दिलाते मेरे पापा।
मुझे भी जीवन जीने का सुनहरा मौका अवश्य देना। मुझे भी जीवन जीने का सुनहरा मौका अवश्य देना।
मैंने लगाया एक पेड़ नीम का बहुपयोगी यह जीवजगत का I मैंने लगाया एक पेड़ नीम का बहुपयोगी यह जीवजगत का I
रक्षाबंधन का पर्व है आया राखी बंधवा लो मेरे प्यारे भैया। रक्षाबंधन का पर्व है आया राखी बंधवा लो मेरे प्यारे भैया।