यह डर भी गुज़र जाएगा
यह डर भी गुज़र जाएगा
गीतकार फिर गुनगुनाएगा,
अभिनेता व नाटककार फिर रोच बढ़ाकर,
रुलाकर, गुदगुदाएगा,
कलाकार फिर अपनी कलाकृतियों से लुभायेगा,
यह, यह डर भी गुज़र जाएगा,
घर में बैठा बच्चा फिर से खिलखिलायेगा,
बाहर खाली मैदानों में फिर से धुल उड़ायेगा,
शर्मा जी का लड़का फिर से खिड़की की विकेट बनाएगा,
डांट खाता अपने दोस्तों के साथ दौड़ लगायेगा,
यह डर भी गुज़र जाएगा,
ज्ञानोदय के दरवाजे फिर से खुलेंगे,
और सभी छात्र - छात्रा भारतीय योद्धाओं का
गुणगान करेंगे,
समुद्र की लहरें डॉक्टर, पुलिस कर्मचारियों,
नर्सिंग व सनिटीज़िंग स्टाफ की
हिम्मत और ताकत के बारे में गीत गाएंगी,
एक बार फिर से हवा सपनों के जहाज़ों को
उनकी मंजिल तक पहुंचाएगी,
आशा की कश्ती और दीपों का उजाला
इस डर को कहीं दूर छोड़ आएगा,
देखना, यह डर भी गुज़र जाएगा,
भारत का नाम हर नागरिक की प्रसिद्धि बन जाएगा,
अंत से अनंत तक पूर्ण विश्व भारतीय संस्कृति को अपनाएगा,
दुनिया का हर एक कोना फिर से सजीव हो जाएगा,
देख लेना, यह डर भी गुज़र जाएगा।