लक्ष्य
लक्ष्य
जीवनशैली में इतनी 'सादगी' लाइए
कि हर मोड़ पे हम खुद को
एक बार ज़रूर 'पहचान' लें...!
न जाने किस मोड़ पे
मिल जाए 'एक पल' ऐसा
जो हमें दुबारा सीखा दे
'जीना इसी का नाम है'!
क्या होगा दौलत-ओ-शोहरत की
अंबार लगाने से...
जब एक दिन अचानक
सब कुछ छोड़ कर
जीवन-नैया के
उस पार निकल जाना पड़े...?
यहाँ पर रह जाएगा सब कुछ,
जो आप ने इकट्ठा किया होगा...
फिर लोभ-लालसा की
अगन में जल कर
यूँ कब तक चलते रहना है...??
एक विराम देने की
निश्चित रूप में
ज़रूरत आन पड़ी है...!!!
हमारे लक्ष्य को
एक सही दिशा
देने की ज़रूरत आन पड़ी है।