48. धनवान
48. धनवान
धनवान वह नहीं
जिसके पास
धन की टोकरी
धनवान वह है
जिसमें भरी हो
संवेदनाएँ
दुख दर्द को समझे
खुशियाँ साथ मनाये
धन जब हो अधिक
इंसान बदल जाता है
जब धन न रहे
तो इंसान को
समझ आता है
धन पर गरुर
मत करना
व्यवहार अपना
सही रखना
समय कैसा भी हो
अपने लोग साथ होते हैं ।
