महाश्वेता देवी (फरवरी 4)
महाश्वेता देवी (फरवरी 4)
अंकित है साहित्य में, जिनका देखो नाम ।
थी समर्पित लेखनी लिखना उनका काम ।।
ये भारतीय लेखिका, कर सामाजिक काम ।
चलती सबके साथ वो, हो छाया या घाम ।।
रचकर नाम किया यहाँ कहानियाँ उपन्यास ।
पढ़कर उनका नाटक भी, मिटता मन का त्रास ।।
महाश्वेता नाम है, संकलन लिखी बीस ।
फिल्म बन चमक लेखनी, रूदाली की टीस ।।
साहित्य पुरस्कार भी, मिला वहाँ बन ताज ।
पद्मश्री, ज्ञानपीठ से, सबको उन पर नाज ।।
झांसी की रानी लिखी, रच 'नाती' उपन्यास ।
और अमृत संचय, नटी, जीवन का संत्रास ।।