सरहदें
सरहदें
चोका (10)
उसने कहा
सरहदें पता नहीं
बंधन नहीं
हिन्दुस्तान दिल में
जानता नहीं
संविधान में है क्या
नहीं मालूम
आरक्षण के बारे
प्रेम करना
उसका मजहब
प्रेम पाना है
उसका मकसद
कर्म उसका
मातृभूमि की रक्षा
देश के लिए
हो जाते शहीद
मर मिटते
अमन चैन वास्ते
उनसे पूछो
देश क्या है "सपना"
इक सपना
सब चेहरे खिले
सुकून चैन
जीवन मतलब
स्वतंत्रता अपनी
अनिता मंदिलवार "सपना"
