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Hargovind Wadhwani

Inspirational

4.9  

Hargovind Wadhwani

Inspirational

बेटियाँ

बेटियाँ

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क्या अद्भुत तौफ़ा होती हैं ये बेटियाँ, 

प्यार की मूरत, ममता की मूरत सोहनी सूरत,

मानो पारियाँ होती हैं बेटियाँ...! 


दुःख हो या हो छलकते आँसू,

दामन में छुपाकर, हंसी से जगमगाती हैं बेटियाँ....! 


ख़ुशियाँ बांटकर, सुख का सागर छलकाती हैं बेटियाँ, 

समर्पण का एक उम्दा मिसाल होती हैं बेटियाँ, 


प्यार इज़्ज़त मिले ना मिले खुद को समर्पित कर देती हैं बेटियाँ, 

जन्म लें ये जिस आँगन में, उसको महका देती हैं बेटियाँ, 


माँ बाप की, भाई भाभी की दुलारी बन जाती हैं ये बेटियाँ,

हर दुःख तकलीफ़ को अपना बनाकर, खुद पर ले लेती हैं ये बेटियाँ, 


दुःख भरे छलकते आंसुओं को, ख़ुशी के आंसू बता देती हैं ये बेटियाँ, 

बाप की उँगली पकड़ कर, बापू की जान बन जाती हैं ये बेटियाँ, 


भाई अपने की दोस्त बनकर, हर पल साथ खड़ी दिखती हैं बेटियाँ, 

भाई बहन को प्यार से सींच कर, दुलारी उनकी बन जाती हैं ये बेटियाँ, 


अपने प्यार, ममता और देखरेख से यूँ सब की ख़ास बन जाती हैं बेटियाँ, 

छोटी से बढ़ी बन कर प्रेम का रूप बन जाती है ये बेटियाँ, 

देखो कितना इनका समर्पण......!


घर बाबुल का छोड़, पिया घर को अपना बना लेती हैं बेटियाँ, 

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, 0);">वही प्यार वही समर्पण, उस घर को स्वर्ग बना देती हैं बेटियाँ,


सास ससुर और अपने पिया की दुलारी बन जाती ये बेटियाँ, 

बीवी बनकर, और बेटी अपने सास ससुर की, बस प्यार महकाती हैं बेटियाँ, 


माँ जब बन जाती है, समर्पण खतम नहीं होता, ये जो हैं बेटियाँ, 

खून अपने से सींच कर औलाद को अच्छा इंसान बनाती हैं ये बेटियाँ, 

वाह क्या तेरा समर्पण और समर्पण की हद......!


तकलीफ़ चाहे जितनी हो, पिया का घर छोड़ना ना चाहे बेटियाँ, 

डोली में आयी हूँ, जाऊँगी अब अर्थी पर, कहतीं हैं हर बेटियाँ, 

पति अपने से पहले मर कर सुहागन बनना चाहे ये बेटियाँ......! 


दुआ निकलती हर लब से अब तो, क्या बनायी है रबा तूने बेटियाँ, 

खुश रखना हर बेटी को, बहू हो, बहन हो या हो अपनी बेटियाँ, 


दिल की कमज़ोर होती हैं, नाज़ुक होती हैं मगर प्यार से भरी होती हैं बेटियाँ,

दिल ना तोड़ना ना दिल दुखाना इसका, प्यार करना और इज़्ज़त देना, 

भगवान ने अपना रूप देकर, ममता की मूरत बनायी हैं ये बेटियाँ, 


सौ सौ सलाम हर बेटी को, सौ सौ सलाम बेटी के समर्पण को, 

सौ सौ सलाम, बेटी के प्यार को, सौ सौ सलाम बेटी की ममता भरी मूरत को, 


हरगोविंद, क़ुर्बान सब कुछ बेटी पर, 

दुआ बस अब एक सबके लब पर, 

खुश रहें, सुखी रहें, आबाद रहें, खुशहाल रहें हमारी बेटियाँ.....! 


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