इसी ज़मी पर जन्नत का एहसास कराती हैं बेटियाँ। इसी ज़मी पर जन्नत का एहसास कराती हैं बेटियाँ।
हमें जन्म कौन देगा हमें जन्म कौन देगा
कभी बजती नहीं बधाई कभी बजती नहीं बधाई
पनी बेटी को कठपुतली और अपने तरीको से नचाते हो, पनी बेटी को कठपुतली और अपने तरीको से नचाते हो,
काट पंख, गिद्धों के अब गौरैयों को आज़ादी से उड़ना होगा आधी आबादी के सम्मान का तब सच सारा सपना होगा। काट पंख, गिद्धों के अब गौरैयों को आज़ादी से उड़ना होगा आधी आबादी के सम्मान का त...
बेटियाँ सबके दिल की अनमोल रत्न है, बेटियाँ को पढ़ाओ, लिखाओ और बड़ा बनाओ। बेटियाँ सबके दिल की अनमोल रत्न है, बेटियाँ को पढ़ाओ, लिखाओ और बड़ा बनाओ।