काट पंख, गिद्धों के अब गौरैयों को आज़ादी से उड़ना होगा आधी आबादी के सम्मान का तब सच सारा सपना होगा। काट पंख, गिद्धों के अब गौरैयों को आज़ादी से उड़ना होगा आधी आबादी के सम्मान का त...
नज़रों से बिध गया शरीर है, नही जान अब इसमें है नज़रों से बिध गया शरीर है, नही जान अब इसमें है
क्या बम फोड़ता? तुझसे छुड़ाता क्या दामन बोल के झूठ तुझे अपने से दूर करता क्या क्या बम फोड़ता? तुझसे छुड़ाता क्या दामन बोल के झूठ तुझे अपने से दूर करता क्या
गिद्धों ने खोले दवा के खाने चिड़िया चली इलाज कराने। गिद्धों ने खोले दवा के खाने चिड़िया चली इलाज कराने।
मेरी रूह जैसे मेरे शरीर से विद्रोह करने लगी है! मेरी रूह जैसे मेरे शरीर से विद्रोह करने लगी है!
शहंशाह से गिद्ध तक शहंशाह से गिद्ध तक