पावन गणतंत्रोत्सव पर्व
पावन गणतंत्रोत्सव पर्व
आज वही दिन है आया
सबका हुआ ये मनभाया
सदियों रही हमें प्रतीक्षा
पूरित हुयी आज इच्छा
गणतंत्र दिवस ये पावन
करे उन वीरों को नमन
कितनों ने स्वजान गंवाई
तब जाकर आजादी पाई
फिर निज संविधान बुना
अपना राष्ट्रगान था चुना
इसकी कीमत अनमोल
चलो रचते नया भूगोल
याद करें ईर्ष्या-द्वेष भूल
श्रद्धांजलि दे बरसें फूल
असफाकउल्लाह सेनानी
गुरूगोविन्द ने दी कुर्बानी
कहां लक्ष्मीबाई सी रानी
देशार्थ उत्सर्गित दीवानी
संविधान का करें सम्मान
जाये न ये आन,बान,शान।
