STORYMIRROR

Dr. Vijay Laxmi"अनाम अपराजिता "

Inspirational

4  

Dr. Vijay Laxmi"अनाम अपराजिता "

Inspirational

पावन गणतंत्रोत्सव पर्व

पावन गणतंत्रोत्सव पर्व

1 min
18

आज वही दिन है आया

सबका हुआ ये मनभाया

सदियों रही हमें प्रतीक्षा

पूरित हुयी आज इच्छा


गणतंत्र दिवस ये पावन

करे उन वीरों को नमन

कितनों ने स्वजान गंवाई 

तब जाकर आजादी पाई


फिर निज संविधान बुना

अपना राष्ट्रगान था चुना

इसकी कीमत अनमोल

चलो रचते नया भूगोल


याद करें ईर्ष्या-द्वेष भूल 

श्रद्धांजलि दे बरसें फूल

असफाकउल्लाह सेनानी

गुरूगोविन्द ने दी कुर्बानी


कहां लक्ष्मीबाई सी रानी

देशार्थ उत्सर्गित दीवानी

संविधान का करें सम्मान

जाये न ये आन,बान,शान।

    



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational