कैसे छोटी छोटी चीजों को लेकर ज़िद किया करते थे कैसे छोटी छोटी चीजों को लेकर ज़िद किया करते थे
इतने बढ़ जाते है की जंग का विषय बन जाते है जीत या हार किसी की भी हो रिश्ते की हो जाती है हार प्य... इतने बढ़ जाते है की जंग का विषय बन जाते है जीत या हार किसी की भी हो रिश्ते की ...
माना तेरी जरूरत महसूस होती है तो क्या में तेरे लिए तरस जाऊंगा। माना तेरी जरूरत महसूस होती है तो क्या में तेरे लिए तरस जाऊंगा।
और मैं चुपचाप चुप हो गई हमेशा के लिए...। और मैं चुपचाप चुप हो गई हमेशा के लिए...।
मतलब ये है कि किसी काम को करने के लिए अपने मन को दृढ़ करो, मतलब ये है कि किसी काम को करने के लिए अपने मन को दृढ़ करो,
यार तुम ही तो हो मेरे जीवन के अनमोल रतन , जिसे समेट के रखना चाहूँ में मरते दम तक। यार तुम ही तो हो मेरे जीवन के अनमोल रतन , जिसे समेट के रखना चाहूँ में मरत...