STORYMIRROR

SNEHA NALAWADE

Inspirational

2  

SNEHA NALAWADE

Inspirational

कुछ वक्त जाने दो...

कुछ वक्त जाने दो...

1 min
252

वक्त कितने जल्दी बीत जाता है ना

कब हम बड़े हो जाते हैं पता ही

नहीं चलता

कैसे बचपन में माँ की गोद में सोते थे

कैसे छोटी छोटी चीजों को लेकर

ज़िद किया करते थे


सोने के लिए माँ ही लगती थी

माँ के बगैर कुछ काम कर ही

नहीं पाते थे

पर अब वक्त बदल गया

रिश्तों के माइने बदल गए

आज की हक़ीकत यह है कि

सामने टी.वी. और हाथ में

मोबाइल हो तो

और किसी चीज की जरूरत

ही नहीं पड़ती


यह सारी चीजें यादें ताजा

कर देती है

कभी कभी ज़रुरी होता है

बीते वक्त को याद करना

उससे एक प्रेरणा मिलती है

एक सुकून मिलता है ।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational