शादीशुदा जिंदगी खूबसूरत है
शादीशुदा जिंदगी खूबसूरत है
जब मैं और तुम
शादी के बंधन
में बंधते है
तो मैं और तुम
मिलकर हम बनते है
शादीशुदा जीवन मे भी
आते है उतार चढ़ाव
कभी कभी मन
जा फँसता है मझधार में
आप के लड़ाई झगड़े
इतने बढ़ जाते है
की जंग का विषय बन जाते है
जीत या हार किसी की भी हो
रिश्ते की हो
जाती है हार
प्यार परवाह
जताने के लिए
नही होती है
समझने के लिये होती है
हर बार अपनी
राय ने बताये
कभी कभी
सुन भी लिया करे
सामने वाले कि बात
रिश्ते को वक्त दे दिया करे
रिश्ते को निभाने के लिए
विश्वास बेहतर समझदारी
और सब्र की जरूरत है
फिर देखिए जनाब शादीशुदा
जिंदगी कितनी खूबसूरत है