मेरे प्रिय
मेरे प्रिय
दिल में चाहत
भले थोड़ी सी हो
मेरी इज्जत करना
सम्मान में मेरे तुम कभी
एक पल मौन हो जाना
समझदारी का पंरचम लहरा
बंद कमरे में डांट लेना
मायूस न होना, न होने देना
छोटी सी हैं जिंदगी
एक कदम बढ़ा कर मेरे फैसले का
मान रख लेना
हर गुजारिश भले पूरी ना कर सको
मेरे आत्मविश्वास को बढ़ा देना