हिन्दी हम सब की प्यारी
हिन्दी हम सब की प्यारी
सरल सहज सी हिन्दी
भाषाओं की रानी है
शब्दों की यह शान हमारी
रचनाओं की वाणी है।
अलंकारों को इसने सहेजा
भावों की भव-सागर है
मिश्री सी मुस्कान समेटे
सपनों की यह रानी है।
दादी,नानी की कहानी
क्रोध और प्रतिक्रियाओं में
पायल सी झनकार सहेजे
स्वरों की महारानी है।
नयनाभिराम सी हिन्दी
रजनी की भाषा में,
अंशुमाली की किरणों को लपेटे
व्यंजनों की रानी हैं।
एकांकी जीवन में हिन्दी
कागजी पन्नों में
कविता के रूप दिखाती
शब्दों की रानी हैं।
ओस की बूंदो में हिन्दी
किताबी दुनियां को सहेजे
इन्द्रधनुष बन
बादलों की कहानी है।
