बस अब आप ही बताओ क्या यह भी होता है पहला प्यार जिससे मिलने का हो उम्र भर इंतज़ार .... बस अब आप ही बताओ क्या यह भी होता है पहला प्यार जिससे मिलने का हो उम्र भर इं...
मेरी कहां औकात इतनी मां फ़िर भी तुझे लिखता हूं। मेरी कहां औकात इतनी मां फ़िर भी तुझे लिखता हूं।
फिसलकर निकल गईं सब बूंदें बगैर किसी लगाव के फिसलकर निकल गईं सब बूंदें बगैर किसी लगाव के
सावन की रातें अक्सर ऐसी बूंदों से झनझनाती हैं। जैसे मधुर शहनाई बज रही हो| सावन की रातें अक्सर ऐसी बूंदों से झनझनाती हैं। जैसे मधुर शहनाई बज रही हो|
सावन की रातें अक्सर ऐसी बूंदों से झनझनाती हैं। जैसे मधुर शहनाई बज रही हो। सावन की रातें अक्सर ऐसी बूंदों से झनझनाती हैं। जैसे मधुर शहनाई बज रही हो।
तुमसे ही जो थी आप्लावित जागी सोई इस जीवन में तुमसे ही जो थी आप्लावित जागी सोई इस जीवन में