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रात के दूसरे पहर तक आते-आते दुश्मन की तादाद और बढ़ गई रात के दूसरे पहर तक आते-आते दुश्मन की तादाद और बढ़ गई
अब कभी जीवन में आपके द्वार पर नहीं आऊंगा अब कभी जीवन में आपके द्वार पर नहीं आऊंगा
देखिए आप और हम दोनों अब समझदार हैं, बचपना तो रहा नहीं देखिए आप और हम दोनों अब समझदार हैं, बचपना तो रहा नहीं