नववर्ष हो मंगलकारी
नववर्ष हो मंगलकारी
नववर्ष हो मंगलकारी
हर प्रांगण गूंजे भाव मनोहारी
प्राणधारी हो वायु हमारी
प्राणप्रिय रहे सदा सुखकारी।
मिष्टभाषी बने राजाधिकारी।
नववर्ष हो मंगलकारी
हर प्रांगण गूंजे भाव मनोहारी
महारूद्र का आशीष हो प्रभावशाली
महाभाग हो हर नर और नारी
महासुख हो अति कल्याणकारी।
नववर्ष हो मंगलकारी
हर प्रांगण गूंजे भाव मनोहारी
मानुषता का रूप हो मनोहारी
श्री का निवास हो वैभवशाली
न्यायपथ रहे सदा प्रगतिशाली।
नववर्ष हो मंगलकारी
हर प्रांगण गूंजे भाव मनोहारी
प्रज्वलित रहे राष्ट्र की विरदावली
प्रकृति न बने पुनः प्रकोपनीय
पुण्यता का भाव हो प्रसादनीय।
नववर्ष हो मंगलकारी
हर प्रांगण गूंजे भाव मनोहारी।
