गुमसुम हो क्यों
गुमसुम हो क्यों
गुमसुम हो क्यों खामोशी को तोड़ो
अपने दिल की बातें कुछ तो बोलो
वरना दिल की दिल में रह जायेगी
ये जिंदगी यूँ ही बेवजह कट जाएगी
जिंदगी मिलती है है एक बार इसे
जी भरकर मस्ती में खुलकर जियो
न उदास रहो खुद और न कभी
और किसी को भी उदास रहने दो।
