परिचय पूनम सिंह मै दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हूँ। हिंदी साहित्य में स्वतंत्र लेखन करती हूँ। कहानी, लघुकथा एवं कविता आदि विधाओं में मेरी लिखित कई रचनाएं भिन्न भिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है।
पति के जाने के बरसों बाद उसने आजादी की हवा में सांस ली थी। पति के जाने के बरसों बाद उसने आजादी की हवा में सांस ली थी।
कैसी रहेगी बाबा , ये कैंसर का रोग तो साथ ही ले जाएगा। कैसी रहेगी बाबा , ये कैंसर का रोग तो साथ ही ले जाएगा।
भगवान राम ने कब कहा था की मेरे लौटने की खुशी में पटाखे जलाओ भगवान राम ने कब कहा था की मेरे लौटने की खुशी में पटाखे जलाओ
एक साँझ दीनू का ड्राइवर रोते बिलखते रघु के पास पहुँचा। एक साँझ दीनू का ड्राइवर रोते बिलखते रघु के पास पहुँचा।
चिड़ियों को भरपेट दाना देने के बाद वह समुद्र की ओर निकल जाता। चिड़ियों को भरपेट दाना देने के बाद वह समुद्र की ओर निकल जाता।
लाशों की ढेरी से इस प्रतिच्छाया चाँद से भी अधिक वह चाँद हिला हुआ है।' लाशों की ढेरी से इस प्रतिच्छाया चाँद से भी अधिक वह चाँद हिला हुआ है।'
" बहू तू जा आराम कर ले तेरी तबियत ठीक नहीं, आज खाना मैं पकाती हूँ।" " बहू तू जा आराम कर ले तेरी तबियत ठीक नहीं, आज खाना मैं पकाती हूँ।"
बेटा मेरी दवाइयाँ खत्म हो चुकी है। बाजार जाना तो लेते आना बेटा मेरी दवाइयाँ खत्म हो चुकी है। बाजार जाना तो लेते आना
उसने वाहा खड़े लोगों की भीड़ की ओर देखते हुए कहा। नैना की बदरंग होली एक सुकून वाली ह उसने वाहा खड़े लोगों की भीड़ की ओर देखते हुए कहा। नैना की बदरंग होली एक सुकू...
मेरे लिए ना सही पर अपने माता पिता के लिए ही .. लौट आना मुसाफिर। मेरे लिए ना सही पर अपने माता पिता के लिए ही .. लौट आना मुसाफिर।