मेरा देश, मेरा वचन।
मेरा देश, मेरा वचन।
ये वचन मेरा भारत माँ को,
तेरा शीश नहीं झुकने दूंगा।
मैं सच्चा देशभक्त बनकर,
भारत माँ को मिटने नहीं दूंगा।
मैं अपने शुभ कर्मों से,
भारत का नव निर्माण करूँगा।
इसकी इज्जत की रक्षा के खातिर,
मैं अपना सब कुछ बलिदान करूँगा।
भ्रष्टाचारियों, पाखंडियों, पापियों का,
मैं सर्वनाश करूंगा।
अपने भारत मां के रक्षा खातिर,
अपना सब कुछ त्याग करूँगा।
मैं अपने क्रांतिकारियों का,
बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दूंगा।
मैं भारत माँ की रक्षा के खातिर,
अपना सब कुछ कुर्बान करूँगा।
