Satyendra Gupta

Abstract

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Satyendra Gupta

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मौत

मौत

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ना जाने लोग मुझे भूल क्यों जाते है

सभी जानते है मौत अटल सत्य है

दिन में एक बार याद कर लो मुझे

मन में संतोष पनपता रहेगा

बुराई से दूर भागोगे

गलत काम करने को मन नहीं करेगा

मत पूछना लोग क्यों आते है जाते है

ना जाने लोग मुझे भूल क्यों जाते है।


मत भूलना मुझे क्योंकि सुखद अहसास हूँ मैं

मत भूलना मुझे क्योंकि सबको बुलाऊंगी मैं

मेरी गोद में सुकून और शांति है इतनी की

दुनिया की हर चिंता से मुक्त कराऊंगी मैं

जितनी भागदौड़ करना है कर लो

मेरे पास आने के बाद सभी मुस्कुराते है

ना जाने लोग मुझे भूल क्यों जाते है।


एक खूबसूरत बात बतलाती हूँ तुम्हें

मौत की धमकी देकर लूट लेते है तुम्हें

छोटी छोटी बातों पे मारने की धमकी देते है तुम्हें

कहां से कहां लोग पहुंच जाते है

ना जाने लोग मुझे भूल क्यों जाते है।


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