STORYMIRROR

SONI RAWAT

Drama Romance Fantasy

4  

SONI RAWAT

Drama Romance Fantasy

मानसून

मानसून

1 min
314

सुन सुन सुन सुन

फिर आया मानसून


घिर आए बदरा

लेके काली चादरा

टिप-टिप की धुन

फिर आया मानसून


खेतो में होती सिंचाई

वर्षा जब भी है आई

पानी की ना होती अड़चन

फिर आया मानसून


पपीहा-मोर नाचते-गाते

बच्चे- बूढे वर्षा में झूमते

मंत्रमुग्ध हो जाता मन

फिर आया मानसून


सुन सुन सुन सुन

फिर आया मानसून।


साहित्याला गुण द्या
लॉग इन

Similar hindi poem from Drama