मानसून की भारी प्रतीक्षा की, पर वह कहर बन गया। मानसून की भारी प्रतीक्षा की, पर वह कहर बन गया।
सारी रात बरसती रही यादों की खट्टी मीठी बारिशें सुबह होते होते दिल का हर ज़ख्म खिला डाला है सारी रात बरसती रही यादों की खट्टी मीठी बारिशें सुबह होते होते दिल का हर ज़ख्म...
यह वृत्तांत है संघर्ष का कि अगली बार जब तुम टूटने की कगार पर हो तुम अपने मानसून का इंतजार करना यह वृत्तांत है संघर्ष का कि अगली बार जब तुम टूटने की कगार पर हो तुम अपने मानसू...
मैं हूँ बहुत हैरान परेशान हमारा सिस्टम नही देता ध्यान तालाब बन गए हैं मैदान हर बार बाढ़ बन... मैं हूँ बहुत हैरान परेशान हमारा सिस्टम नही देता ध्यान तालाब बन गए हैं मैद...
मुक्तिप्रद तीर्थ गया में अंतिम पिंड का प्रत्यक्षदर्शी गयावट ही है...! मुक्तिप्रद तीर्थ गया में अंतिम पिंड का प्रत्यक्षदर्शी गयावट ही है...!
मानसून है देखो आया,तुम झूला सभी लगाना। मानसून है देखो आया,तुम झूला सभी लगाना।