भीगा हुआ, इक ख़्याल हर्फ़ का लिबास पहनाकर मैंने जला दिया फिर, नज़्म का अलाव। भीगा हुआ, इक ख़्याल हर्फ़ का लिबास पहनाकर मैंने जला दिया फिर, नज़्म का अलाव...
सारी रात बरसती रही यादों की खट्टी मीठी बारिशें सुबह होते होते दिल का हर ज़ख्म खिला डाला है सारी रात बरसती रही यादों की खट्टी मीठी बारिशें सुबह होते होते दिल का हर ज़ख्म...
मेरी जान पर बन आई इसमें क्या तेरी ख़ता नुमाईश का सिलसिला है ख़ता कर बैठेगा फिर कोई यह ख़... मेरी जान पर बन आई इसमें क्या तेरी ख़ता नुमाईश का सिलसिला है ख़ता कर बै...
ख़ामोश लफ्ज़ तुम्हारी तरह, नज़र से गुफ्तगूं तुम्हारी तरह। ख़ामोश लफ्ज़ तुम्हारी तरह, नज़र से गुफ्तगूं तुम्हारी तरह।
गुज़र जाएगी जिंदगी शर्म के लिबास और उम्र के लिहाज में गुज़र जाएगी जिंदगी शर्म के लिबास और उम्र के लिहाज में
पैरों में नहीं चप्पल उसके काँटों भरी सेज पर चलता है कोई आहिस्ता-आहिस्ता पैरों में नहीं चप्पल उसके काँटों भरी सेज पर चलता है कोई आहिस्ता-आहिस्ता