तेरे ख्वाबों की खातिर सोया करती हैं। तेरे ख्वाबों की खातिर सोया करती हैं।
मोदी को लाओगे तो जन-जन में शांति पाओगे। मोदी को लाओगे तो जन-जन में शांति पाओगे।
भीगा हुआ, इक ख़्याल हर्फ़ का लिबास पहनाकर मैंने जला दिया फिर, नज़्म का अलाव। भीगा हुआ, इक ख़्याल हर्फ़ का लिबास पहनाकर मैंने जला दिया फिर, नज़्म का अलाव...
ऊँचे महलों के बीच छोटी सी झोपड़ी आँगन के कोने मे जलता दिया, ऊँचे महलों के बीच छोटी सी झोपड़ी आँगन के कोने मे जलता दिया,
मैं न जाने कब इनका ही एक तिनका हो गया। मैं न जाने कब इनका ही एक तिनका हो गया।
नई सुबह आई, कमल दल ने उम्मीद जगाई। नई सुबह आई, कमल दल ने उम्मीद जगाई।