तेरे ख्वाबों की खातिर सोया करती हैं। तेरे ख्वाबों की खातिर सोया करती हैं।
जब खुद को खुद में खोज पाऊँगी तभी शायद अपने लिए शब्दों को भी ढूंढ पाऊँगी।। जब खुद को खुद में खोज पाऊँगी तभी शायद अपने लिए शब्दों को भी ढूंढ पाऊँगी।।
बराबर कर देते बाकी जो हिसाब था मगर ये हो न सका। बराबर कर देते बाकी जो हिसाब था मगर ये हो न सका।
हां याद भी करते रहना तुम हम तो है यही कही तुममे ही गुम। हां याद भी करते रहना तुम हम तो है यही कही तुममे ही गुम।
बेगैरत के नए चिराग जलाओ। बेगैरत के नए चिराग जलाओ।
किसी चाल में कभी फसेंगे नही। हमने भी शतरंज खेलना सिख लिया। किसी चाल में कभी फसेंगे नही। हमने भी शतरंज खेलना सिख लिया।