STORYMIRROR

सुरशक्ति गुप्ता

Drama

2  

सुरशक्ति गुप्ता

Drama

नए चिराग

नए चिराग

1 min
103

मरने की ख्वाहिश में

जीना ही छोड़ दिया यारों


कोई आओ मातम मनाओ

बेगैरत के नए चिराग जलाओ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama