बराबर कर देते बाकी जो हिसाब था मगर ये हो न सका। बराबर कर देते बाकी जो हिसाब था मगर ये हो न सका।
अपने हाथ में दबाये सिरे को ढील दे तो बिखरे पूरी कायनात पे बेचारी। अपने हाथ में दबाये सिरे को ढील दे तो बिखरे पूरी कायनात पे बेचारी।
बेताबियों के लम्हों में जुबाँ पर वही एक नाम होता है फ़ासलों में रहकर भी वो हर पल सुबहों शाम होता... बेताबियों के लम्हों में जुबाँ पर वही एक नाम होता है फ़ासलों में रहकर भी वो ह...
महक जाओ तुम अगर गुजारा हो जाएगा उतर आकाश चाँद मेरी आगोश आ गया । महक जाओ तुम अगर गुजारा हो जाएगा उतर आकाश चाँद मेरी आगोश आ गया ।
तुम में समा कर तुम्हारे बदन में अपनी जाँ रख दूँ। तुम में समा कर तुम्हारे बदन में अपनी जाँ रख दूँ।
रोशनी में जैसे, रातरानी के फूल नहाते रहे हैं… रोशनी में जैसे, रातरानी के फूल नहाते रहे हैं…