आसमानों को छू रहा हूं, मगर अब डर लगता है, जहां सुकून से पैर रख सकूं, ऐसी कोई जमीन। आसमानों को छू रहा हूं, मगर अब डर लगता है, जहां सुकून से पैर रख सकूं, ऐ...
दोस्तों ये सवाल किसी एक महिला एक घर के अंदर से नही उठते है.... दोस्तों ये सवाल किसी एक महिला एक घर के अंदर से नही उठते है....
अश्कों के दारिया में, मैं हँसी का ख़ज़ाना ढूंढती हूँ अश्कों के दारिया में, मैं हँसी का ख़ज़ाना ढूंढती हूँ
दूसरों की मदद वे फ़रिश्ते से कम नहीं होते ! दूसरों की मदद वे फ़रिश्ते से कम नहीं होते !
रोशनी में जैसे, रातरानी के फूल नहाते रहे हैं… रोशनी में जैसे, रातरानी के फूल नहाते रहे हैं…
" रात गरीब माँ ने ये कह कर बच्चों को सुलाया , फ़रिश्ते खवाबों में आते है रोटियाँ ले कर "....इन से प्... " रात गरीब माँ ने ये कह कर बच्चों को सुलाया , फ़रिश्ते खवाबों में आते है रोटियाँ...