माँ से महोत्सव
माँ से महोत्सव
मायके की याद
बहुत बहुत आती है
बात बात पर हर बात पर
माँ की बहुत बहुत
याद आती है।
खाने में पसंद की
कोई चीज बनवानी हो तो
माँ के हाथ की चीजो की
खुशबू कोसों दूर तक
आती है।
अपनी ख़्वाहिशें अपनी पंसद
सिर्फ़ माँ से ही पूरी होती है
माँ से ही जीवन का महोत्सव है
माँ ही जीवन से दुख दूर कर
जीवन को महोत्सव में बदल देती है।
इसलिए माँ से जीवन का महोत्सव है।