ख्बाव सारे टूट गए ख्वाइशें अभी... बाकी है जिंदगी! ख्बाव सारे टूट गए ख्वाइशें अभी... बाकी है जिंदगी!
हजारों ख्वाहिशें अधूरी हैं हर ख्वाहिश का आधार थे तुम। हजारों ख्वाहिशें अधूरी हैं हर ख्वाहिश का आधार थे तुम।
हँसते खेलते हुए ज़िंदगी का सफर यूँ ही कट जाएगा कुछ ख़्वाब मुकम्मल होंगे कुछ ख्वाहिशे हँसते खेलते हुए ज़िंदगी का सफर यूँ ही कट जाएगा कुछ ख़्वाब मुकम्मल होंगे ...
ख्वाइशें हर एक रोज हमसे झगड़ती रहीं अंजान होकर के खुद पर ही अकड़ती रहीं समझाया बहुत म ख्वाइशें हर एक रोज हमसे झगड़ती रहीं अंजान होकर के खुद पर ही अकड़ती रहीं ...
हर इंसान जो धरती पर रहता है । उड़ते उड़ते परिंदे आकाश में देखता है। हर इंसान जो धरती पर रहता है । उड़ते उड़ते परिंदे आकाश में देखता है।
ज़िंदा हैं अब तक बस इसी आस में, की शायद कभी कोई इस वीरानी ज़िन्दगी को सवार दे। कुछ अनखिले फूलों को फिर... ज़िंदा हैं अब तक बस इसी आस में, की शायद कभी कोई इस वीरानी ज़िन्दगी को सवार दे। कुछ...