बस अब देरी नहींकोई मनसा अधूरी नहींमें और तू कहानी के दो पहलू अब छोड़ जिद ओर आ जा "मैं माँग तेरी भर लू... बस अब देरी नहींकोई मनसा अधूरी नहींमें और तू कहानी के दो पहलू अब छोड़ जिद ओर आ जा ...
भीड़ में अकेला भटकने लगा है दिल साथ तो है पर खोया है कही और दिल क्यूँ जो कहना है नहीं कह पाता ह... भीड़ में अकेला भटकने लगा है दिल साथ तो है पर खोया है कही और दिल क्यूँ जो कहन...
अधूरा इंसान तब होता जब प्यार भी अधूरा हो अधूरा इंसान तब होता जब प्यार भी अधूरा हो
सक्षम होना मानसिक तौर पर जरूरी है जितना शारीरिक तौर पर। सक्षम होना मानसिक तौर पर जरूरी है जितना शारीरिक तौर पर।
देह की हांडी, मनुजता नीर से, सौम्यता आहार तुम बनना सतत ! देह की हांडी, मनुजता नीर से, सौम्यता आहार तुम बनना सतत !
फिर भी हर पल हर लम्हा कुछ याद दिलाती जिन्दगी। फिर भी हर पल हर लम्हा कुछ याद दिलाती जिन्दगी।